शिकंजा: UCC की ताल पर ED भी थिरका, बड़ सकती है हरक सिंह रावत और पटनायक की मुश्किलें..
देहरादून। उत्तराखण्ड के सत्ता गलियारों व आम जनता के लिए बुधवार काफी हॉट साबित हुआ। एक तरफ समान नागरिक संहिता विधेयक की धूम रही। सभी इस चर्चित विधेयक पर जारी चर्चा पर कान लगाए हुए थे। तो दूसरी तरफ वरिष्ठ मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हरक सिंह और यौन शोषण के मामले में घिरे सीनियर आईएफएस सुशांत पटनायक के आवास पर ईडी की टीम रोकड़ा व दस्तावेज खंगाल रही थी। इनके अलावा रुद्रपुर/काशीपुर निवासी अमित के यहां भी ईडी ने छापा मारा।
ईडी को छापेमारी में करोड़ों रुपए और महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले। रात 9 बजे तक नेता-अधिकारियों के ठिकाने पर छापे की कार्रवाई जारी थी।कुल मिलाकर प्रदेश की नौकरशाही और राजनीतिक गलियारे में ईडी और यूसीसी की धमक से माहौल गरमाया रहा।
सूत्रों का कहना है कि आईएफएस पटनायक के घर ईडी टीम को करोड़ों रुपए मिले। दो मशीनों से इनकी गिनती हो रही है। कैनाल रोड स्थित आवास में नोट गिनने के लिए मशीनें मंगवाई गयी। हाल ही में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सचिव रहे पटनायक पर महिला कर्मी ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। इस मुद्दे पर पटनायक पर मुकदमा भी दर्ज हो गया। और आईएफएस पटनायक को वन मुख्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया था। इस मामले की जिला प्रशासन की कमेटी भी अलग से जॉच कर रही है।
जिम कार्बेट में सफारी निर्माण घपले में ईडी ने मारा छापा
इधर, बुधवार की सुबह से ही ईडी की टीम ने पूर्व मंत्री हरक सिंह के दून व श्रीनगर गढ़वाल स्थित आवास समेत कई अन्य ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी। वन महकमे के घपले से जुड़े मामले में यह कार्रवाई की गई है।
सूत्रों के मुताबिक पूर्व मंत्री हरक सिंह के सहसपुर इलाके में स्थित मेडिकल कालेज, हॉस्टल के अलावा लालतप्पड़ स्थित पेट्रोल पंप पर छापेमारी कर महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की। इन संस्थानों से जुड़े अधिकारी व कर्मियों से दिन भर पूछताछ चलती रही। हरक से जुड़े लोगों के अन्य ठिकानों पर भी ईडी के एक्शन की खबर है।
सूत्रों का कहना कि दून की डिफेंस कालोनी स्थित आवास पर ईडी ने कुछ अलमारियों की चाबी नहीं मिलने पर मिस्त्री की मदद ले ताले खुलवाए। यहां से भी ईडी को कई दस्तावेज मिले।
इसके अलावा रुद्रपुर निवासी व भाजपा से जुड़े अमित सिंह के आवास पर भी ईडी को काफी जानकारी हाथ लगी है। रिटायर डीएफओ किशन चंद के हरिद्वार स्थित आवास पर भी कार्रवाई की खबर सामने आ रही है। किशन चंद जिम कार्बेट के घपले में जेल की हवा भी खा चुके हैं।
समाचार लिखे जाने तक ईडी की कार्रवाई जारी थी। ईडी की ओर से विस्तृत आधिकारिक समाचार की प्रतीक्षा है।
साभार: अविकल उत्तराखंड